रोज नित्य होत योग, पूर्ण दूर होत रोग, कर्म भार होत भोग, नित्य पूर्ण ज्ञान लो रोज नित्य होत योग, पूर्ण दूर होत रोग, कर्म भार होत भोग, नित्य पूर्ण ज्...
जीवन का सत्य - शून्य से उत्पन्न हो मनुष्य शून्य की गोद में ही समा जाता है। जीवन का सत्य - शून्य से उत्पन्न हो मनुष्य शून्य की गोद में ही समा जाता है।
शब्द में आत्मा है शब्द जीवंत है शब्द बगैर सब शून्य है शब्द में आत्मा है शब्द जीवंत है शब्द बगैर सब शून्य है
इतना प्यार में हूँ मैं तेरे हर सांस भी मेरी थम सी जाती है। इतना प्यार में हूँ मैं तेरे हर सांस भी मेरी थम सी जाती है।
विश्राम की इच्छा नहीं मैं ही मेरा विश्राम हूँ मैं ही मेरी दुविधा सही मैं ही मेरा समा विश्राम की इच्छा नहीं मैं ही मेरा विश्राम हूँ मैं ही मेरी दुविधा सही मै...
सुख होते हैं सौ गुना और दुख शून्य होते हैं। सुख होते हैं सौ गुना और दुख शून्य होते हैं।